तुम्हें देखकर सुबह आयी
तुम्हें देखकर सुबह आयी
Blog Article
जब तुम्हें देखा तो मेरी दुनिया बदल बदल गई. तुम ही मेरी सारी उमंग हो, तुम ही मेरा सबकुछ हो.
पता नहीं किसकी बात कर रहा हूं मैं? लेकिन मेरे मन में बस एक ही नाम है तुम्हारा.
तुम्हें देखकर मुझे जीवन मिलती है. तुमसे मिले बिना मेरा दिन अधूरा रह जाता है.
आज भी तुमसे प्रेम बढ़ गया है
सुनकर उनकी बातें मुझे यह एहसास हुआ। मेरा जीवन असंगीत है
जब तू मुझसे दूर हो भी, मेरा दिल धड़कता रहता है
- ये प्यार तो कभी कम नहीं होगा
- मेरी आवाज़ में है तुम्हारा नाम
तुमसे मोहब्बत बढ़ गई है. यह एक सच्चाई है
हर सुबह तुम्हारी याद आती है उठते ही
पहले तो बस एक सपना की तरह लगता था, अब तो हर दिन का शुरूआत तुम्हारी ही यादों से होता है। धुंधली सी दिखाई देती हो तुम मुझसे कह रही हो - "तुम मेरे साथ हो"। फिर जल्दी से जागते हैं और देखते हैं कि बस एक click here सपना था यह सब। फिर भी, थोड़ी देर तक तुम्हारी आँखें की याद आती रहती है। जैसे तुम ही यहाँ हो, जैसे हम साथ हैं। यह ख्याल मुझे गर्म करता है।
अभिनंदन मेरे प्यारे
आज आपका दिन उत्कृष्ट हो! मैं आपके साथ साथ बिताने के लिए बहुत तैयार हूँ। आप आज कौन सी चीजें करेंगे ?
- मैं तुमसे प्यार करता हूँ
- तुम मेरी दुनिया हो
एक दिन शुरू हुआ, और तुम यहाँ हो
यह बहुत अवसर है। आज हम बात करना चाहते हैं। क्या तुम सज्जित हो? हमें उम्मीद है कि तुम्हें यह घटना पसंद आएगा।
तुम ही मेरी सुबह की रौनक
यह दिल/मन/हृदय को उत्साहित/उमंग से भरपूर/खुशी से ओतप्रोत रखता है। हर सुबह/दोपहर/रात, जब आँखें/नज़रें/देखें खुली होती हैं, तो यह भावना/विचार/संकल्पना सबसे पहले मस्तिष्क/दिमाग/मन में आती है। तुम ही मेरी रौनक हो, यह सच्चाई/वास्तविकता/पक्का पक्का है।
Report this page